वीडियो कॉलिंग और मोबाइल नंबर से मरीजाें को मिलेगी कंसल्टेंसी; यूटीबी आधार पर डॉक्टर, नर्सेज और लैब टेक्नीशियन की भर्ती

देशभर में लॉकडाउन के चलते पेशेंट्स को किसी तरह की परेशानी न हाे इसलिए एमसीआई और राजस्थान मेडिकल काॅउंसिल ने डॉक्टर्स को टेलिमेडिसिन के जरिए कंसल्टेंसी देने की मंजूरी दे दी है। इसके तहत हॉस्पिटल्स और डॉक्टर्स अपने स्तर पर टाइमिंग के मुताबिक कंसल्टेंसी दे पाएंगे। ताकि पेशेंटस अपने शहर में ही रहते हुए डॉक्टर से परामर्श करके इलाज ले पाएं।


डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि गवर्नमेंट ने हॉस्पिटल्स और निजी स्तर पर रूटीन ओपीडी को बंद कर रखी है। हॉस्पिटल्स में रेस्प्रेरिटरी डिजीज यानी जुकाम, खांसी, बुखार के पेशेंट्स की ओपोडी ही जारी है। इसके अलावा अन्य बीमारी से ग्रसित पेशेंट्स टेलिमेडिसीन, वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए कंसल्टेंसी ले सकते हैं। एक सप्ताह में अलग-अलग तरह के कुछ सॉफ्टवेयर उपलब्ध हो जाएंगे। इनमें से कुछ सॉफ्टवेयर पर फ्री कंसल्टेंसी होगी।


वहीं, कुछ सॉफ्टवेयर पर नॉमिनल फीस देकर कंसल्टेंसी ले पाएंगे। हालांकि अभी भी शहर के डॉक्टर्स अपने पेशेंट्स को वाॅट्सएप पर वीडियो कॉलिंग, मैसेज और पुराना रिकॉर्ड देखते हुए कंसल्टेंसी दे रहे हैं। इसके लिए वे किसी तरह की फीस नहीं ले रहे। फोर्टिस हॉस्पिटल के रुमेटोलॉजिस्ट डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि हॉस्पिटल की ओर से यह सुविधा शुरू कर दी गई है। हॉस्पिटल की ऑफिसियल बेवसाइट पर माइक्रोसॉफ्ट टीम ऐप पर क्लिक कर पेशेंट्स यह सुविधा ले सकते हैं।


नि:शुल्क परामर्श भी दे रहे डॉक्टर
इधर, पेशेंट्स की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए ऑर्थोपेडिक्स सर्जन डॉ. दीपक सैनी ने सोश्यल इनिशिएटिव लिया है। इसके तहत वे  घुटने और हिप से जुड़े हुए दर्द और अन्य तरह की बीमारियों के बारे में नि:शुल्क परामर्श देंगे। यह परामर्श जयपुर ही नहीं राज्यभर के पेशेंट्स के लिए होगा। यह सुविधा शाम को चार से छह बजे तक उपलब्ध रहेगी। इसके लिए पेशेंट्स  मोबाइल नंबर 9824012492 पर कॉल या वॉट्सप वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं। वहीं, कंसल्टेंट डॉ. मोनिका सक्सेना  शाम को पांच से सात बजे तक कंसल्टेंसी देंगी। पेशेंट्स उन्हें मोबाइल नंबर 9001977527 पर संपर्क कर सकते हैं। परामर्श नि:शुल्क रहेगा।


अर्जेन्ट टेम्परेरी बेसिस पर रखे जाएंगे कर्मचारी


प्रदेश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए अर्जेन्ट टेम्परेरी बेसिस (यूटीबी) आधार पर डॉक्टर, नर्सेज और लैब टेक्नीशियन के पदों पर भर्ती होगी। इसमें एमबीबीएस, पीजी डिग्रीधारी, जीएनएम, एएनएम और लैब टेक्नीशियनों को कोरोनावायरस के नियंत्रण तक एनएचएम द्वारा पूर्व निर्धारित दर पर रखा जाएगा। भर्ती राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा नियम 1963 एवं राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधीनस्थ सेवा नियम 1965 तथा समय-समय पर संशोधित नियम के तहत की जा रही है। एसीएस रोहित कुमार सिंह के अनुसार यूटीबी आधार पर भर्ती कोविड-19 के नियंत्रण होने तक लागू होगी। इधर, फार्मासिस्ट प्रवीण सैन का कहना है यूटीबी पर की जा रही भर्ती में फार्मासिस्टों को शामिल नहीं किया गया है। जो सही नहीं है। क्योंकि अस्पतालों में दवा बांटने का काम फार्मासिस्ट ही करते है।